रोलिंग स्टॉक विभाग के बारे में:
रोलिंग स्टॉक विभाग कैरिज, मोटिव पावर और वैगन निदेशालय सहित सभी रोलिंग स्टॉक वर्टिकल हेड है। इसमें दिल्ली, मुंबई और कोलकाता आई एंड एल इकाइयाँ भी शामिल हैं। यह भारतीय रेलवे में रोलिंग स्टॉक के नए डिजाइनों/विशिष्टियों के विकास और मौजूदा डिजाइनों /विशिष्टियों के उन्नयन/मानकीकरण में सक्रिय रूप से कार्यरत है। रोलिंग स्टॉक विभाग की मुख्य गतिविधियाँ निम्न्वत हैं:-
• नई ड्राइंग और विशिष्टियों तथा रोलिंग स्टॉक के बेहतर डिजाइन का विकास।
• रोलिंग स्टॉक हेतु नई प्रौद्योगिकी का विकास, स्वीकृति, समावेशन।
• आरडीएसओ के उत्पादन इकाइयाँ और परीक्षण निदेशालय के साथ परीक्षण तथा जाँच द्वारा डिजाइन का सत्यापन।
• रोलिंग स्टॉक की विफलता जांच, डिजाइन संशोधन आदि के क्षेत्र में उत्पादन इकाइयाँ और उपयोगकर्ता रेलवे के साथ समन्वय और आरडीएसओ और उत्पादन इकाइयाँ के बीच डिजाइन का मानकीकरण।
• रोलिंग स्टॉक की निर्धारित सुरक्षा आइटम तथा अन्य वस्तुओं की वेंडर डेवलपमेंट।
• रोलिंग स्टॉक, लोकोमोटिव, कोचिंग स्टॉक और वैगनों की महत्वपूर्ण और सुरक्षा आइटमों का निरीक्षण।
• विक्रेता डेवलपमेंट, निरीक्षण, टाइप एप्रूवल आदि के संदर्भ में गुणवत्ता नीति का पालन सुनिश्चित करने के लिए शीर्ष दस्तावेजों के अनुसार नए पंजीकरण, गुणवत्ता लेखा परीक्षण, अपग्रडेशन, डाउनग्रेडेशन, विलोपन, फर्मों के प्रतिधारण आदि के मामलों में अनुमोदन/समापन प्रदान करना।
• कैरिज, मोटिव पावर और वैगन निदेशालय का विवरण उनके संबंधित पृष्ठों पर दिया गया है।
संगठन चार्ट:
संबंधित निदेशालय के विवरण के लिए कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।