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निदेशालय परिचय:
अ.अ.मा.स का भूतकनीकी निदेषालय, भारतीय रेलवे के भूतकनीकी इंजिनियरिंग से सम्बंधित मामले देखता है। इसमें सभी पारंपरिक और नवीनतम आधुनिक मिट्टी परिक्षण सुविधाओं से सुज्जित प्रयोगशाला है। मुख्य गतिविधियों में भारतीय रेलवे को भूतकनीकी इंजिनियरिंग से संबंधित मामलों पर सलाह देना, रेलवे के मृदा कार्य हेतु-मार्गदर्शिका/ नियमावली/ विषिष्टिया तैयार करना और अघतन करना, रेलपथ मिट्टी और सुरंग, नये रेलततप के निर्माण कार्यों के मृदाकार्य की गुणवत्ता का परीक्षण करना, क्षेत्रीय रेलवे को विशेष भूतकनीकी मामलों में परामर्श सेवाए देना, रेलअधिकारियों/ पर्यवेक्षकों को भूतकनीकी इंजिनियरी से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करना, भूतकनीकी इंजिनियरिग के क्षेत्र में नई उत्पादन तकनीकों को अपनाना।
संगठनात्मक चार्ट:

पिछले एक वर्ष और चालू वर्ष के दौरान निदेशालय की संक्षिप्त उपलब्धि :
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बीआईएस पहचान के साथ ट्रैक गिट्टी के लिए 'राष्ट्रीय मानक' के रूप में विशिष्टता का विकास
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भारतीय रेलवे में ढलान संरक्षण के लिए कॉयर जियो-टेक्सटाइल के उपयोग के लिए दिशानिर्देश
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नरम मिट्टी और भूमि सुधार के तरीकों पर दिशानिर्देश
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मिट्टी की कीलीकरण पर दिशानिर्देश
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रेलवे में कटिंग के लिए दिशानिर्देशों का पुनरावलोकन, क्रमांक जीई: जी-2
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क्षेत्र की समस्याओं का समाधान-परामर्श/रिपोर्ट
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रामपुर-रुद्रपुर खंड, एनईआर में जियोसिंथेटिक्स का उपयोग करके पीलीभीत-शजंहापुर गेज परिवर्तित ट्रैक और फॉर्मेशन पुनर्वास में यातायात की गति को सामान्य करना
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हुबली डिवीजन, एसडब्ल्यूआर के घाट खंड में कटिंग संबंधी समस्याएं
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दक्षिण पश्चिम रेलवे के बेंगलुरु डिवीजन, बेंगलुरु-हासन खंड में सोलूर-थिप्पसंद्रा स्टेशनों के बीच हाई बैंक का निपटान
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किमी 44/14 से किमी 46/0 राजसुनखला (आरएसकेए) - बोलगढ़ टाउन (बीओआरटी) खंड, खुर्दा – बलांगीर नई लाइन, खुर्दा रोड डिवीजन, ईसीओआर में रेलवे संरचना का निपटान
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पश्चिम रेलवे के रतलाम-गोधरा खंड के स्टेशनों अमरगढ़ और पंच पिपलिया के बीच तल्प (फारमेशन) का धसना
वर्तमान परियोजनाएं:
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भारतीय रेलवे के लिए माल ढुलाई (100 किमी प्रति घंटे तक) और यात्री यातायात (160/200 किमी प्रति घंटे परिचालन गति तक) के लिए 25 टन एक्सल लोड के लिए ब्रिज ट्रांजिशन सिस्टम के उपयुक्त डिजाइन का विकास, आईआईटी/दिल्ली के साथ मिलकर
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सीएसआईआर-सीआरआरआई के साथ रेलवे ट्रैक में गिट्टी सामग्री के रूप में स्टील स्लैग के उपयोग के लिए कार्यप्रणाली और विशिष्टताओं का विकास
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भारतीय रेलवे पर सुरंग में वेंटिलेशन के प्रावधान पर दिशानिर्देश
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गुणवत्ता नियंत्रण के लिए रेलवे इंजीनियरों के लिए भू-तकनीकी परीक्षण पर पुस्तिका की समीक्षा (जीई:जी-3, दिसंबर 2004)
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क्षेत्रीय रेलवे में भू-तकनीकी इंजीनियरिंग संगठन के लिए दिशानिर्देशों की समीक्षा (आरडीएसओ/2007/जीई:जी-0011, जनवरी, 2008)
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रेलवे तटबंध के उपकरण और निगरानी पर नए दिशानिर्देश
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Source : आरडीएसओ में आपका स्वागत है CMS Team Last Reviewed on: 22-11-2023
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